जाने ९० के ऐरा के वो एक्टर जिन्हें देखकर आपका दिल गद-गद हो जायेगा। भूली-बिसरी पुरानी यादें फिर देखीं जाएंगी।
"अंग्रेजी में वो कहावत है ना 'Old is gold '। यह कहावत हर चीज़ पे लागु होती है। पुराने तौर तरीके लोगो को अच्छे से भाते है। खासकर ९० के ऐरा के कॉमेडियन, जो आज भी लोगो के चेहरे में मुस्कान ला देते है।
उनकी एक्टिंग आज भी लोगो को उतना की हंसाती , सिखाती और Inspire करती है, जितना ९० के ज़माने में होती थी। टीवी पे अगर किसी चैनल पर उनकी फिल्म आये तो मनो पूरा परिवार एक हो गया हो ; सभी मिलके देखते है।
आज भी लोग उनकी भूमिका को एक आइडल मानकर एक्टिंग के करियर में शुरुआत कर रहे है। ९० के ज़माने के एक्टरस आज के फिल्मों के लिए एक inspiration है।
यह बताता है की भारतीय संस्कार के साथ-साथ कॉमेडी आज के कॉमेडी फिल्मो में गायब होती जा रही है। लेटेस्ट फिल्मों में अगर कही कॉमेडी है तो वह पर अभद्र शब्दों का उच्चारण हो रहा है।
आज हम उन्ही यादगार एक्टर्स के बारे में बताने जा रहे है जिनसे आपका दिन बन जायेगा। "
१ लष्मीकांत बेर्डे : # High energetic man during acting.
"हम आपके हैं कौन " यह फिल्म तो आपने जरूर देखी होगी।
वहाँ पे उन्होंने 'लालू प्रसाद' नाम से एक्टिंग की थी;एक वफादार नौकर। साथ ही एक छोटी भूमिका होने के बावजूद, लक्ष्मीकांत की लालू चरित्र की मासूमियत और परिवार के प्रति वफादारी के कारण दर्शकों से बहुत प्यार मिला।
आगे जाके 'खिलौना बना खलनायक' में लष्मीकांत जी के एक्टिंग ने सबको खिलखिलाकर कर हँसा दिया था।
Comedian लष्मीकांत जी का जन्म सन १९५४ , बॉम्बे में हुआ था।
उन्होंने झपाटेला , हम आपके हैं कौन , मैंने प्यार किया , दे दनादन ,धूम धड़ाका जैसी फिल्मो में एक हास्य अभिनेता का किरदार निभाया था। उनकी एक्टिंग ने श्रोताओं के मुख पे हसीं ला दी थी। उन्होंने मराठी साहित्य संघ में एक कर्मचारी के रूप में किया था। फिर मराठी मंचीय नाटकों में छोटी भूमिकाओं में अभिनय करना शुरू किया।
सन १९८३ से १९८४ के बीच में, उन्होंने पुरुषोत्तम बेर्डे के मराठी मंचीय नाटक टर टर में अपनी पहली प्रमुख भूमिका हासिल की, जो हिट हो गई और लष्मीकांत जी की कॉमेडी शैली की सराहना की गई।यु तो उनका करियर मराठी सिनेमा से हुआ था पर उन्हें हिंदी फिल्मो में भी काफी रूचि थी।
उनकी पहली हिंदी फिल्म मैंने प्यार किया सन १९८९ में रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म में उनकी और सलमान खान की जोड़ी ऑडियंस को काफी पसंद आई। साथ ही उनकी पहली मराठी फिल्म लेक चालली सासरला जो १९८४ में रिलीज़ हुई थी वह भी मराठी भाषा के ऑडियंस में लोकप्रिय थी।
2 शक्ति कपूर : # A comediest Villian
इन्हें तो आप सभी भली-भांति जानते होंगे। अक्सर गोविंदा जी के फिल्मो में शक्ति जी के viilian वाले अंदाज से लोग ठहाके लगाते रहते है। हंसी तो आएगी ही न , villian और comedy का फ्यूज़न जो है !
वेल,उनका जन्म सन १९५२ में हुआ था। शक्ति जी एक अभिनेता के रूप में अपनी सीमा का प्रदर्शन करते हुए कुछ नाटकीय और एक्शन-उन्मुख फिल्मों में भी दिखाई दिए। पाण्डु हवलदार,पति पत्नी और तवायफ,आग का गोला,क्राइम पार्टनर ,आदि जैसी फिल्मो में उन्होंने बेमिसाल रोले निभाय।
सन २००३ में रिलीज़ हुई 'हंगामा' फिल्म में उनके villian के करैक्टर और होलसेल में उनकी कॉमेडी ने फिल्म को और हास्य बना दिया था। खासकर एंडिंग scene में वे फिल्मो में सबको हँसाने के लिए आते है। आपने नोटिस किया हो तो किसी-किसी फिल्मो में उन्हें बन्दुक थमा दी जाती थी , ताकी उसी बन्दुक से वे कॉमेडी करना चालू कर देते थे ; जैसे हंगामा फिल्म।
शक्ति कपूर जी को ऑडियंस आज शक्ति भाई,शक्ति डा,शक्ति दादा और शक्ति काकू नाम से जानते है।
3 सतीश कौशिक : # A comediest supporter
सतीश जी को हम सब सतीश दा , कैलेंडर,गोलू-मोलू सर और सत्तू नाम से जानते है। यह उनका nickname है जो की उनके प्रशंसक द्वारा चर्चित किया गया था। सतीश जी एक्टर के साथ -साथ डायरेक्टर भी रह चुके है।
रूप की रानी चोरो का राजा , तेरे नाम ,वादा, मुझे कुछ कहना है और हम आपके दिल में रहते है फिल्मो को उन्होंने produce किया था।
उनका जन्म सन १९५६, दिल्ली में हुआ था। उन्होंने अपना करियर मुंबई आके शुरू किया था। मुंबई में उनकी पहली फिल्म Mr.India आज भी बहुत फेमस है जिसमें वे अनिल कपूर के साथ काफी अच्छा रोल निभाते है । उसमें वे 'कैलेंडर' नाम से रोले निभाते है। बच्चो को यह फिल्म काफी पसंद आती है।
राजा बाबू,कुली नंबर १ ,आँखें ,हद कर दी आपने,जोड़ी नंबर ओने , आदि कुछ ऐसी फिल्मे है जिन्हे लोग आज भी पुरे परिवार के साथ मिलके टीवी पर देखते है।
इसके साथ ही उनके सामाजिक कार्यो की बात कर तो कैंसर रोगियों को दिशा दिखाना - ऐसा काम करने वाले संगठनों से जुड़े रहे थे , कई वेलफेयर स्कीम्स भी चलाते थे , लोगों को aware करने में अपना योगदान भी दिया और शिक्षा से वंचित बच्चों को आर्थिक सहायता से साथ-साथ आगे बढ़ने का अवसर भी दिया।
4 कादर खान : # A loyal listener , specially when he is dad.
कादर जी अपने साइलेंट कॉमेडी के लिए जाने जाते है।
वे एक ऐसे एक्टर थे जो कॉमेडी और serious रोल को बेमिसाल तरीके से निभा सकते थे। साथ ही कादर जी ने कई कॉमेडी फिल्मों में गोविंदा, शक्ति कपूर और असरानी जैसे लोकप्रिय अभिनेताओं के साथ काम किया है। कादर जी को पेशे से भारतीय अभिनेता, कॉमेडियन और संवाद लेखक के रूप में जाना जाता था।
उन्हें शराबी , कुली,आखें,बाप नंबरी बेटा दस नंबरी और दूल्हे राजा जैसी सुपरहिट फिल्मो में एक अद्भुत कलाकार के रूप में जाना जाता है। फिल्मो में उन्हें अक्सर पिताजी या फिर वफादार नौकर के रोल में देखा जाता था। साथ ही उन्होंने मुकद्दर का सिकंदर ,अमर अकबर एंथोनी ,कुली और मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी फिल्मो में कुछ डायलॉग्स भी लिखे थे।
जैसे - ऐसा तो आदमी की जिंदगी में दोइच टाइम भागता है, ओलंपिक का रेस हो या पुलिस का केस हो (अमर अकबर एंथोनी) ,हम भी वो हैं जो जहां खड़े हो जाएं तो लाइन वहीं से शुरू होती है (कालिया)।
5 गुड्डी मारुति : # A queen doll .
गुड्डी मारुति जी का असली नाम विमि मारुती उर्फ़ तहिरा परब है। गुड्डी जी एक कॉमेडियन अभनेत्री है जिन्होंने कई बॉलीवुड फिल्मे और टीवी पर आने वाले शोज में काम किया है। मनोरंजन उद्योग में गुड्डी जी की उपस्थिति ने अपने हास्य प्रदर्शनों के माध्यम से दर्शकों को हँसी दी है।
उन्होंने गोविंदा, शक्ति कपूर और कादर खान जैसे अभिनेताओं के साथ सहयोग करके एक्टिंग किया है।
उनका जन्म सन १९५९ में हुआ था।
उनकी पहली फिल्म सौ दिन साँस के नाम से थी। कुली नंबर १,दूल्हे राजा,जोड़ी नंबर १ , आंटी नंबर १ और जुदाई जैसी फिल्मो के पर्दो में उन्हें देखा गया है।
साथ ही सन १९९५ में उन्होंने व्रजेश जी के साथ मिलके एक स्टैंड उप शो किया था। इंटरनेट की सहायता से पता चला है की उस शो का नाम 'सॉरी में लोर्री' था।
गुड्डी जी में एक हल्का-फुल्का माहौल बनाने और लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने का टैलेंट था। शायद इसलिए लोगों को उनके एक्सप्रेशन में काफी रूचि रहती थी।
6 रजाक खान : # Apun mamu hai bidu.
अगर किसी गुंडे को कॉमेडी से जोड़ दे तो उसका परिणाम रज़ाक खान जी आते है। ज्यादातर फिल्मो में उन्हें गुंडे या गैंगस्टर का रोल मिलता है। पर उसमें भी वे एक कॉमेडियन नज़र आते है। खासकर उनकी भाषा जो उन्हें सबसे अलग बनती है।
अक्सर वे फिल्मो में आपुन मामू है , आपुन मालिक है , आपुन से सब डरता है और कौन क्या कर लेगा आपूनका ऐसा शब्दों का वापर करते आये है।
उनका जन्म सन १९५१ में हुआ था। उनके पास अपने अनोखे हास्य-व्यंग्य से लोगों को हंसाने की प्रवृत्ति थी। रज़ाक जी ने बादशाह,hello brother ,हेरा फेरी,धमाल,हगामा ,गोलमाल और welcome जैसी सुपरहिट फिल्मो में काम किया है।
रज़ाक जी एक टैलेंटेड एक्टर थे जिन्होंने भारतीय फिल्म उद्योग पर एक अमिट व यादगार छाप छोड़ी। ९० के ऐरा के एक्टर्स के टैलेंट लोगों देखने में बहुत मजा आता है। उनकी एक्टिंग एक तो कुदरती तौर पे होती थी , न कोई फेक एक्सप्रेशन और शब्दों की सीमा में होती थी ताकि पूरा परिवार मिलके देख सके।
7 टीकू तलसानिया : # Ability to seamlessly transition between styles.
टीकू जी हिंदी फिल्मों(बॉलीवुड) में अपनी हास्य भूमिकाओं के लिए जाने जाते हैं। हंगामा,हसीना,राजा बाबू, मै खिलाडी तू अनाड़ी,कुली नंबर 1 Mr. bechara और दूल्हे राजा जैसी फिल्मो में एक कॉमेडियन के रूप में देखा गया है। अपने expressive चेहरे और ऊर्जावान अभिनय शैली के साथ, उन्होंने दशकों तक दर्शको का मनोरंजन किया है।
उनका जन्म सन १९५४,बॉम्बे में हुआ था। आपने नोटिस किया हो तो उन्हें अक्सर फिल्मो में छोटी भूमिकाएँ मिलती आई है। ऐसा इसलिए क्युकी किसी specific पार्ट को करने के लिए उन्हें रोल मिलता आया है। फिल्मो में उन्हें ज्यादातर गंभीर और नाटकीय भूमिकाएं, पिता की भूमिका और सहायक किरदार के रोल में देखा गया है।
टीकू जी को गोविंदा,अनिल कपूर,अक्षय कुमार,अजय देवगन,सलमान ख़ान,शाहरुख खान,संजय दत्त,मिथुन चक्रवर्ती,आमिर खान,& परेश रावल जी के साथ बड़े परदे पे देखा गया है। उसके आलावा उन्होंने जूही चावला,रवीना टंडन,माधुरी दीक्षित,करिश्मा कपूर और श्रीदेवी जी के साथ फिल्मो में काम किया है। वहाँपर उन्हें एक सुप्पोर्टर के रूप में देखा गया है।
Read More:
ऐसे देश जिनके यहाँ सिनेमा थिएटर की संख्या सबसे कम है।
कुछ फैक्ट्स :
आज के लिए बस इतना ही। आगे और ऐसे ही ब्लॉग के लिए हमारे वेबसाइट को जरूर देखे।
Read More :
क्या एक जिले में २ आईएएस अफसर हो सकते है ? जाने क्या है पूरा मामला।




0 टिप्पणियाँ