जाने भारत के 'महाराष्ट्र' राज्य में Sewage Treatment का क्या हाल है। + Extra knowledge .

 जाने भारत के 'महाराष्ट्र' राज्य में Sewage Treatment  का क्या हाल है। + Extra knowledge .


Sewage Treatment को हिंदी में 'मलजल शोधन प्रक्रिया ' कहते है। भारत में 'मलजल शोधन प्रक्रिया' का जायजा [Central Pollution Control Board (CPCB)]  संस्था लेती है। इस संस्था के अनुसार हर साल भारत में ७२,३६८    (१०लाख लीटर / दिन) गटर का पानी उत्पन्न होता है|                                                  

मलजल में क्या-क्या होता है।

मलजल में कई तरह के केमिकल्स होते है जैसे फोस्फोरोस, नाइट्रेट्स ,घरके कूड़े , और घर दुवारा छोड़े गए फ्लश ,बचे हुए अनाज ,इंसानी मॉल-मूत्र ,आदि। साथ ही इसमें कंपनियों द्वारा छोड़े गए हानिकारक मेडिसिन्स , रासायनिक पदार्थ , ग्रीज़ , आदि होते है। प्लास्टिक के बोतले और जो भी चीज़ नालो में छोड़ी जाती है वह आगे जाकर मलजल शुद्ध प्रक्रिया में जाकर स्वच्छ हो जाती है।

इनमें कई काम की चीज़ भी होती है - बैक्टीरिया ,फंगस और आदि microorganism ।ये  सुक्ष्मजीव आगे जाके हमारे काम आते है।example; e.coli aur streptococcus .

इसमें सॉलिड (ठोस पदार्थ) , लिक्विड (पानी जैसा) , और विभिन्न गैसों वाले कचरे होते है ,जो हमारे लिए हानिकारक होते है। 

इसमें इंसानी मल-मूत्र के आलावा भी बहुत चीज़ होती है , परन्तु मल-मूत्र की मात्रा अधिक होने के कारन इसे 'मलजल शोधन प्रक्रिया' कहते है ।

महाराष्ट्र मलजल शोधन प्रक्रिया।   
साल १९७० , ७ सितंबर को महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की स्तापना हुई थी।  यह संस्था महाराष्ट्र में विविध प्रकारों के प्रदूषणों का जायजा लेती है। उदाहरण - जल प्रदूषण , मल-जल प्रदूषण , वायु प्रदूषण , कचरे आदि प्रदूषण।
यु तो महाराष्ट्र ,भारत के सबसे बड़े राज्यों में शुमार है।  महाराष्ट्र में 'मुंबई' नामक जगह भारत तथा महाराष्ट्र की  आर्थिक राजधानी है। मुंबई में लगभग ३5.९% फिसदी  मलजल स्वच्छ किया जाता है , बाकी सब या तो समुद्र में छोड़ा जाता है या फिर नदियों में।

इसके साथ लगभग ७२% Solid waste यानि ठोस कचरे , पुरे महाराष्ट्र में साफ़ करने के लिए फैक्ट्री जाते है । जो पानी मलजल शुद्धि क्रिया से शुद्ध होके आते है , उन्हें पुनः उपयोग में लिया जाता है ,जैसे फैक्ट्री में इस्तेमाल होना , विविध गैसों में इस्तेमाल होना , आदि। 
  
महाराष्ट्र में कहाँ-कहाँ है Sewage Plant। 

यु तो महाराष्ट्र में कई तरह के मलजल शुद्धिकरण जगह है , पर हम आपको कुछ मुख्या जगहों के बारे में बताएंगे जिनसे  हम परिचित(इंटरनेट से ) है।

Sewage treatment plant in Maharashtra

Name of city/place where sewage plant is situated

Jalamrut sewage treatment

Kudus

Envicare Technologies

Pune

Thane sewage treatment plant

Thane

Sewage treatment plant (red circle industries)

Nagpur

Kalamboli sewage treatment plant

Navi mumbai

Blue Enviro technologies

Navi Mumbai

Badlapur CETP

Badlapur

Degaon Stp

Solapur

Kasaba Bavda Water treatment plant

kolhapur

MIDC Sangli Water works

Sangli

Water Purification & pumping plant Jalgaon municipal coorporation

Jalgaon

PH Environmental solutions

Ahmednagar

New water treatment plant

Amravati

Railways water Treatment plant

Nanded

38 MLD water treatment plant

Malegaon

Yavatmal city sewage treatment plant

Yavatmal


नाले के पानी को ठीक नहीं किया तो क्या होगा तथा इनसे कौनसी बिमारी हो सकती है ?

नाले का पानी हमेशा से ही गन्दा रहा है , अतः उसका प्रभाव बहुत हानिकारक होगा। नाले का पानी सीधा नदियों में छोड़ने से जल-जीवन में त्राहिमाम मच जाता है।  जल जीव पानी में घुले हुए ऑक्सीजन का इस्तेमाल करते है , साँस लेने के लिए। वही नाले के पानी में बहुत मात्रा में सुक्ष्म जीव होते है , जिनके कारण घुले हुए ऑक्सीजन दूर हो जाते है।  मतलब घुले हुआ ऑक्सीजन की मात्रा काम हो जाती है , जिसके कारण उन्हें साँस लेने में दिक्कत आती है। इंग्लिश में इसे [ Biological Oxygen Level ] कहते है।Biological Oxygen Level निर्धारित करता है की कौनसा जीव जल में , कितनी मात्रा में ऑक्सीजन ले रहा है। 
इसके साथ मलजल का पानी हमारी नदियों को गन्दा करता है। हमारी पवित्र नदी जहाँ पर भारी मात्रा में विदेशी पर्यटक आते है ; गंदे पानी से उन्हें  भारत का दृश्य अच्छा नहीं लगता । 
मलजल पानी के सेवन से घातक बिमारी हो सकती है। डायरिया , उलटी , पेट का ख़राब रहना ,सर दर्द , कमजोरी महसूस होना , बुखार आना , किडनी से सम्बंधित बिमारी ,आदि रोग हो सकते है। खासकर बारिश के मौसम में , यह बिमारी होती  है। ध्यान रहे की स्वछता का पालन हम सभी को रखना है।
अगर आपके  किसी अंग पे घाव हुआ हो , साथ ही  मलजल का स्पर्श हुआ हो ,तो तुरंत उस हिस्से को धोए।  मलजल से त्वचा पे विविध प्रकार के बैक्टीरिया , वायरस  और अन्य सुक्ष्म जीव आ सकते है।  इसलिए खुद को स्वछता से वंचित न रखे।
मलजल के पानी से निकलने वाले गैसों को ज्यादा देर तक न सूंघे। इसमें कार्बन डाइऑक्साइड ,मीथेन , अमोनिया जैसे चेमिकल्स होते है, जो हमारे शरीर में सीधा असर करते है।  ज्यादा देर सूंघने से सिरदर्द , कमजोरी आदि हो सकते है।

Sewage Treatment करने वाली कम्पनियाँ कितना कमा लेती है?

मलजल शुद्धिकरण के लिए हमे कई तरह के लोगो की आवश्यकता होती है।  केमिस्ट , सीनियर साइट इंजीनियर  , ऑपरेटर,प्लांट इंचार्ज , मैकेनिकल इंजीनियर , आदि लोगों की जरूरत पड़ती है। इसमें नौकरी की बात करे तो , एक कुशल ऑपरेटर लगभग ६- ५० लाख रुपए प्रति महिना कमा सकता है।  एक्सपीरियंस के साथ तनख्वा में बढ़ोतरी हो सकती है। 
कम्पनियाँ जिन्होंने ये प्लांट लगाया है , वे गंदे पानी को शुद्ध करके इंडस्ट्री या कहे तो केमिकल इंडस्ट्री में बेच रही  है।  केमिकल इंडस्ट्री को शुद्ध पानी बेच-बेच कर , मलजल शुद्धिकरण वाले आज करोड़ो रुपए कमा रहे है। इसलिए सरकार इस क्षेत्र में भरी निवेश कर रही है।  
अब आप कहेंगे की कोई उदाहरण है , किसीने कमाया है ? हां , ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण(Noida Authority) , यह संस्था ने प्रति १००० लीटर शुद्ध किये हुए पानी को ७ रुपए में बेचा।  ऐसा करके उन्होंने करीब-करीब १.२४ करोड़ रुपए कमाए । वे हर दिन करोड़ो लीटर गंदे पानी को स्वच्छ करके , शुद्ध बनाते है और फिर उद्योगों में किफायती दाम में बेचते है।  
इंडस्ट्री वालो को भी सस्ते में स्वच्छ पानी मिल जाता है और मलजल शुद्धिकरण वालो को भी मुनाफा हो जाता है। इसमें दोनों का फायदा हो जाता है। 

कौनसे देश में है ,अच्छा Sewage Treatment ?

Countries with Best Sewage Treatment

Chile

Netherlands

Luxembourg

Germany

Israel

Austria

Greece

South Korea

Columbia

Australia


आंकड़ों की बात करे तो चिली देश में लगभग  १०० फिसदी गंदे पानी को स्वच्छ किया जाता है। इसलिए, चिली देश में sewage treatment सबसे अच्छा है।
वही अगर भारत की बात करे तो (water quality Index ) rank में भारत १२० वा   रैंक करता है , १२२ देशों में से। 

Read More:

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ